हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा……इसी जयकारे के साथ श्रद्धालु अपने बाबा के दिव्य स्वरूप के दर्शन करते है। बाबा श्याम के दरबार में सदैव ही श्याम भक्तों का तांता लगा ही रहता है।
नया साल आ चुका है। अब इंतजार है तो केवल और केवल बाबा श्याम के फाल्गुनी लक्खी मेले की। होली के साथ-साथ लखदातार का फाल्गुनी लक्खी मेला परवान पर रहता है।
फाल्गुन महीने में शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को इस मेले का मुख्य माना जाता है। फाल्गुन महीने में शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को इस मेले का मुख्य माना जाता है।
कलयुग के अवतारी बाबा श्याम का लक्खी मेला 28 फरवरी से शुरू होकर 11 मार्च तक आयोजित किया जाएगा।
पहले इस मेले की अवधि 6 मार्च तक ही थी लेकिन भीड़ को देखते हुए मेले की तारीख आगे बढ़ाई गई। जिससे श्रद्धालु अपने बाबा के दर्शन और अधिक समय तक कर सकें।